Sperm Count Kaise Badhaye – आसान उपाय और डॉक्टर की सलाह

आज की तेज़ रफ्तार और भागदौड़ भरी ज़िंदगी के कारण पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होना एक आम समस्या बनती जा रही है। इसके पीछे तनाव, गलत खान-पान, अनियमित दिनचर्या और अस्वस्थ जीवनशैली जैसे कई कारण ज़िम्मेदार होते हैं। कम स्पर्म काउंट की वजह से गर्भधारण में कठिनाई भी आ सकती है।
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इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए, आज के इस ब्लॉग में हम आपको विस्तार से बताएँगे कि Sperm Count Kaise Badhaye, साथ ही ऐसे प्राकृतिक और प्रभावी उपाय साझा करेंगे जो पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक हो सकते हैं।
पटना स्थित Diwya Vatsalya Mamta Fertility Centre में पुरुष फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं का आधुनिक और वैज्ञानिक तरीकों से इलाज किया जाता है। यहाँ की वरिष्ठ IVF विशेषज्ञ Dr. Rashmi Prasad, जिन्हें IVF Treatment में 25+ वर्षों का अनुभव है, सही जाँच और पर्सनलाइज्ड ट्रीटमेंट के माध्यम से कई दंपतियों को संतान सुख दिलाने में सफल रही हैं।
स्पर्म काउंट कम क्यों होता है? (Causes of Low Sperm Count)
स्पर्म काउंट कम होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- तनाव और नींद की कमी
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- गलत खान-पान और पोषक तत्वों की कमी
- हार्मोनल असंतुलन (टेस्टोस्टेरोन, FSH)
- मोटापा और शारीरिक गतिविधि की कमी
- अंडकोष का अधिक गर्म रहना (टाइट कपड़े पहनना, गर्म पानी का उपयोग)
- वेरिकोसील या संक्रमण
- कुछ दवाइयाँ या कीमोथेरेपी
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Sperm Count Kaise Badhaye – Natural Upay
नीचे दिए गए उपाय शुरुआती स्तर पर स्पर्म काउंट सुधारने में मदद कर सकते हैं:
- रोज़ 7–8 घंटे की पर्याप्त नींद हार्मोन संतुलन बनाए रखती है, टेस्टोस्टेरोन बढ़ाती है और स्पर्म काउंट व गुणवत्ता सुधारने में मदद करती है।
- योग और ध्यान तनाव हार्मोन कम करते हैं, हार्मोन संतुलन सुधारते हैं, रक्त संचार बढ़ाते हैं और इससे स्पर्म काउंट व गुणवत्ता में सुधार होता है।
- धूम्रपान और शराब से दूरी रखने से शरीर में टॉक्सिन्स कम होते हैं, हार्मोन संतुलन सुधरता है और स्पर्म काउंट व गुणवत्ता बढ़ती है।
- ढीले और सूती कपड़े पहनने से अंडकोष में गर्मी कम होती है, रक्त संचार बेहतर होता है और इससे स्पर्म काउंट व गुणवत्ता में सुधार होता है।
- नियमित हल्की एक्सरसाइज रक्त संचार सुधारती है, हार्मोन संतुलन बनाए रखती है और तनाव कम करती है, जिससे स्पर्म काउंट और गुणवत्ता में सुधार होता है।
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स्पर्म काउंट बढ़ाने के घरेलू उपाय
कुछ घरेलू उपाय जो सहायक हो सकते हैं:
- आंवला और शहद: एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं।
- लहसुन: रक्त संचार बढ़ाता है।
- अखरोट और बादाम: ज़िंक और ओमेगा-3 से भरपूर होते हैं।
- दूध और दही: कैल्शियम व प्रोटीन से भरपूर होते हैं।
- तुलसी के पत्ते: एंटीऑक्सीडेंट्स और हार्मोन संतुलन बढ़ाते हैं।
ध्यान रखें: अगर 3–6 महीने में सुधार न दिखे, तो डॉक्टर से मिलना जरूरी है।
स्पर्म काउंट बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ (Sperm Count Badhane Wale Foods)
डाइट स्पर्म काउंट पर सीधा असर डालती है:
- अखरोट, बादाम, कद्दू के बीज
- हरी पत्तेदार सब्जियां
- अंडा और दूध
- केला और अनार
- दही और प्रोबायोटिक फूड
स्पर्म टेस्ट कब और कैसे कराएं?
अगर लंबे समय से गर्भधारण में सफलता न मिले तो सीमेन एनालिसिस टेस्ट कराना चाहिए।
टेस्ट से पहले:
- 2–5 दिन तक इजैकुलेशन न करें
- शराब और सिगरेट का सेवन न करें
- डॉक्टर से परामर्श करके ही दवा लें
लो स्पर्म काउंट का इलाज (Medical Treatment of Low Sperm Count)
जब घरेलू उपाय काम न करें, तब मेडिकल इलाज जरूरी होता है:
- हार्मोनल ट्रीटमेंट
- एंटीबायोटिक्स (अगर संक्रमण हो)
- एंटीऑक्सीडेंट सप्लीमेंट्स
- वेरिकोसील सर्जरी (जरूरत पड़ने पर)
- IVF / ICSI जैसे अत्याधुनिक विकल्प
यहाँ Dr. Rashmi Prasad, जिन्हें मरीज Top IVF Specialist Doctor, Rashmi Prasad के रूप में जानते हैं, सही इलाज चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट से कब मिलें?
इन स्थितियों में देरी न करें:
- 1 साल से गर्भधारण न होना
- स्पर्म रिपोर्ट असामान्य आना
- टेस्टिकल में दर्द या सूजन
- सेक्स ड्राइव में कमी
- पहले IVF/IUI में असफलता
निष्कर्ष
Sperm Count Kaise Badhaye यह सवाल जितना सामान्य है, उतना ही महत्वपूर्ण भी है। सही समय पर जाँच, संतुलित आहार और विशेषज्ञ मार्गदर्शन से इसे प्रभावी ढंग से सुधारना संभव है।
पटना स्थित Diwya Vatsalya Mamta IVF Centre, Dr. Rashmi Prasad के 25+ वर्षों के अनुभव के साथ पुरुष फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं का विश्वसनीय और वैज्ञानिक इलाज उपलब्ध है। सही मार्गदर्शन और उपचार के माध्यम से पेरेंट बनने का सपना सच किया जा सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1 महीने में sperm count kaise badhaye?
1 महीने में लाइफस्टाइल सुधार और सही आहार से सुधार शुरू हो सकता है, लेकिन इसका पूरा असर 2–3 महीने में दिखाई देता है।
सबसे ज्यादा स्पर्म किस खाद्य पदार्थ से बनता है?
अखरोट, अंडा, पालक, केला और अनार स्पर्म हेल्थ के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।
स्पर्म काउंट सामान्य होने में कितना समय लगता है?
स्पर्म बनने की प्रक्रिया लगभग 70–90 दिन की होती है।
क्या लो स्पर्म काउंट होने पर प्रेगनेंसी संभव है?
हाँ, सही इलाज और IVF/ICSI जैसी तकनीकों से गर्भधारण संभव है।
स्पर्म काउंट कितने दिन में बढ़ता है?
स्पर्म बनने की प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग 2 से 3 महीने लगते हैं। लेकिन अगर सही आदतें अपनाई जाएं तो पहले महीने में भी सुधार शुरू हो सकता है।
क्या पीने से स्पर्म काउंट बढ़ता है?
अनार का रस, आंवला जूस और नींबू पानी जैसे पेय स्पर्म के लिए लाभदायक हैं।



