Sperm Motility Meaning in Hindi : स्पर्म मोटिलिटी क्या होता है?
गर्भधारण करने के लिए स्पर्म काउंट और उनकी क्वालिटी हीं नहीं बल्कि स्पर्म मोटिलिटी भी जरूरी है। गर्भधारण करने के लिए स्पर्म का महिला के एग से फर्टिलाइज होना जरूरी है और महिला के एग तक पहुंचने की स्पर्म की क्षमता को स्पर्म मोटिलिटी (Sperm motility meaning in Hindi) कहां जाता है। इसीलिए गर्भधारण करने के लिए महिला का स्वस्थ होना हीं नहीं बल्कि पुरुष की स्पर्म मोटिलिटी का अच्छा होना भी आवश्यक है। आम तौर पर आप लाइफस्टाइल में बदलाव करके भी स्पर्म मोटिलिटी को बढ़ा सकते हैं।
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स्पर्म मोटिलिटी क्या होता है? ( Sperm motility meaning in Hindi)
स्पर्म मोटिलिटी (Sperm Motility) को हिंदी में ‘शुक्राणु की गति’ या ‘शुक्राणु की गतिशीलता’ कहां जाता है। जो फैमिली प्लानिंग के लिए बहुत जरूरी होता है। इनफर्टिलिटी का एक कारण स्पर्म मोटिलिटी भी हो सकता है। स्पर्म जितनी जल्दी से आगे बढ़कर गर्भाशय तक पहुंचकर एग के साथ फर्टिलाइज हो जाए उतनी ही अच्छी स्पर्म की मोटिलिटी होती है। गर्भधारण करने के लिए स्पर्म की मोटिलिटी (Sperm Motility) अच्छी होना जरूरी है। स्पर्म मोटिलिटी अच्छी हो तो गर्भधारण करने में आसानी रहती है।
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लो स्पर्म मोटिलिटी के कारण (Causes of low sperm motility in Hindi )
लो स्पर्म मोटिलिटी (Sperm Motility)के लिए की कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। जिसकी वजह से प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। जैसे कि,
• उम्र : बढ़ती उम्र के साथ साथ शरीर में कई बदलाव आते हैं। बढ़ती उम्र के साथ स्पर्म की मोटिलिटी में भी कमी आ सकती है।
• हार्मोनल परिवर्तन : हार्मोन में अगर असंतुलन हो तो उसका प्रभाव स्पर्म मोटिलिटी पर पड़ सकता है। इसलिए स्पर्म मोटिलिटी के लिए हार्मोन संतुलन जरूरी है।
• आल्कोहोल और स्मोकिंग : शराब और सिगरेट के ज्यादा सेवन से भी स्पर्म मोटिलिटी प्रभावित हो सकती है। जिसकी वजह से गर्भधारण करने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
• तनाव और खराब आहार : अत्यधिक तनाव और विटामिन B12 और विटामिन C जैसे विटामिन की कमी की वजह से भी स्पर्म की मोटिलिटी कम हो सकती है।
• आनुवंशिक कारण : स्पर्म की कम मोटिलिटी के लिए कभी कभी आनुवंशिक कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं।
• लाइफस्टाइल : आमतौर पर लाइफस्टाइल आपके शरीर की पूरी सिस्टम को प्रभावित करती है लेकिन इससे सबसे ज़्यादा प्रभावित स्पर्म मोटिलिटी होती है।
• अन्य कारणों : मोटापा और कुछ दवाइयों की वजह से भी स्पर्म मोटिलिटी पर बुरा असर पड़ सकता है।
शुक्राणु गतिशीलता के प्रकार (Types of Sperm Motility in Hindi)
आमतौर पर स्पर्म मोटिलिटी (Sperm Motility) के दो प्रकार होते हैं।
1. प्रोग्रेसिव मोटिलिटी
2. नॉन प्रोग्रेसिव मोटिलिटी
प्रोग्रेसिव मोटिलिटी : इसमें स्पर्म की गति सीधी और बड़े सर्कल में होती है।
नॉन प्रोग्रेसिव मोटिलिटी : इसमें स्पर्म सीधी दिशा में गति नहीं करते और छोटे सर्कल में हीं रहकर आगे बढ़ते हैं।
शुक्राणु गतिशीलता को प्रभावित करने वाला कारक (Factors affecting sperm motility in Hindi )
आहार, उम्र, तनाव जैसे कई फैक्टर है जो स्पर्म मोटिलिटी को प्रभावित करते हैं। बढ़ती उम्र के साथ साथ स्पर्म की क्वालिटी हीं नहीं मोटिलिटी भी कम होती है। आहार की बात करें तो शुगर, जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक की वजह से भी स्पर्म मोटिलिटी (Sperm Motility) पर बुरा असर पड़ता है। मोटापा भी स्पर्म मोटिलिटी के लिए जिम्मेदार हो सकता है, इसलिए कसरत और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और हार्मोन संतुलित करने के लिए तनाव से बचें और उसके लिए मेडिटेशन को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
स्पर्म मोटिलिटी का महत्व क्या है (Why is Sperm Motility important in Hindi)?
गर्भधारण : प्रजनन क्षमता के लिए स्पर्म मोटिलिटी बहुत ही जरूरी है। गर्भधारण करने के लिए पुरुष के स्पर्म को महिला के एग तक पहुंचना जरूरी है और यह अच्छी स्पर्म मोटिलिटी से हीं संभव है।
लो स्पर्म मोटेलिटी का पता कैसे लगाएं (How to diagnosis low sperm motility in Hindi)?
लो स्पर्म मोटिलिटी के लिए सीमेन एनालिसिस किया जाता है। मास्टरबेशन के जरिए सीमेन सैम्पल कलेक्ट किया जाता है। सीमेन के वॉल्यूम पर असर न पड़े इसलिए इस टेस्ट से पहले डॉक्टर पुरुष को 2 से 7 दिन तक शारीरिक संबंध बनाने से दूर रहने के लिए कह सकते हैं।
लो स्पर्म मोटिलिटी (low sperm motility) को कैसे डील करें?
- तनाव से दूर रहें
- स्मोकिंग और एल्कोहल से दूर रहें
- टाइट कपड़े न पहनें
- शुगर का सेवन कम करें
स्पर्म मोटिलिटी बढ़ाने वाले फूड्स (Food to increase sperm motility in Hindi)
• पम्पकिन सीड्स : पम्पकिन सीड्स पौष्टिक होते हैं और यह समग्र स्वास्थ्य के लिए भी एक अच्छा विकल्प है। यह जिंक का एक अच्छा स्त्रोत होने की वजह से स्पर्म और मेल फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करता है। जिंक के पर्याप्त सेवन से स्पर्म की मोटिलिटी में सुधार आता है।
• डार्क चॉकलेट : डार्क चॉकलेट अपने अनोखे स्वाद के लिए जाना जाता है। हालांकि डार्क चॉकलेट अच्छे टेस्ट के साथ हीं स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। एक रिसर्च में पाया गया है कि एंटीऑक्सीडेंट और एल-आर्जिनिन होने की वजह से यह स्पर्म मोटिलिटी बढ़ाने में मदद करता है।
• पालक : पुरुष की प्रजनन क्षमता के लिए पालक फायदेमंद होता है। पालक में फोलिक एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है और स्पर्म मोटिलिटी के लिए फोलिक एसिड की अच्छी मात्रा होना जरूरी है। अपर्याप्त फोलिक एसिड से स्पर्म की क्वालिटी भी बिगड़ सकती है।
• अखरोट : अखरोट स्पर्म के स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद करता है। अखरोट में स्पर्म मोटिलिटी के लिए जरूरी ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। इसके अलावा विटामिन E और पॉलीफेनॉल जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं।
• खट्टे फलों : खट्टे फलो में विटामिन C जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो पुरुष की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करते है।
निष्कर्ष
गर्भधारण करने के लिए सिर्फ महिला की हीं नहीं पुरुष की प्रजनन क्षमता भी अच्छी होनी जरूरी है। महिलाओं की तरह पुरुष में इनफर्टिलिटी के लिए की कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जिसमें से एक है स्पर्म मोटिलिटी। अगर स्पर्म सहीं समय पर महिला के एग तक पहुंचने में सफल न हो तो इसके लिए स्पर्म की कम मोटिलिटी (Sperm Motility in Hindi) जिम्मेदार हो सकती है। इसके निदान के बाद लाइफस्टाइल में बदलाव करके भी इसे ठीक किया जा सकता है।
यदि आपको संदेह है कि आपको गर्भधारण करने में कठिनाई हो सकती है, तो उपचार के लिए आज ही दिव्य वात्सल्य ममता IVF के फर्टिलिटी डॉक्टर से करे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
स्पर्म की मोटिलिटी कितना होना चाहिए?
मेडिकल मापदंडों के अनुसार, एक मिलीलीटर वीर्य में स्पर्म की संख्या 20-110 लाख होनी चाहिए और उनकी मोटिलिटी 40 प्रतिशत तक होनी चाहिए।
स्पर्म मोटिलिटी की गतिशीलता कैसे बढ़ाएं?
स्पर्म मोटिलिटी बढ़ाने के लिए सबसे पहले डॉक्टर से परामर्श करें और निदान करे। स्पर्म मोटिलिटी की वजह जानने के बाद डॉक्टर की सुचना का पालन करें और अपनी लाइफस्टाइल में भी जरूरी बदलाव करें।
नॉर्मल स्पर्म रिपोर्ट क्या है?
मेडिकल मापदंडों के अनुसार, गर्भधारण करने के लिए एक मिलीलीटर वीर्य में स्पर्म की संख्या 20-110 लाख होनी चाहिए और उनकी मोटिलिटी 40 लाख प्रतिशत तक होनी चाहिए।
शुक्राणु बढ़ाने की दवा कौन सी है?
आमतौर पर डॉक्टर शुक्राणु बढ़ाने के लिए क्लोमिफेन (Clomiphene) दवाई का सुझाव दे सकते है। हालांकि की यह निदान के बाद ही पता चल सकता है और बिना डॉक्टर से परामर्श किए किसी भी तरह की दवाईयों के सेवन से बचें।
कौन सा फल खाने से शुक्राणु बढ़ता है?
विटामिन C से भरपूर खट्टे फल जैसे की संतरा, अंगूर को सेवन करने से स्पर्म मोटिलिटी बढ़ती है।
स्पर्म मोटिलिटी बढ़ाने में कितना समय लगता है?
स्वस्थ आहार और लाइफस्टाइल में बदलाव करने के एक से दो सप्ताह के भीतर स्पर्म मोटिलिटी बढ़ जाती है लेकिन यह सुधार सभी में अलग अलग समय पर हो सकते हैं।
पुरुष का स्पर्म Motility कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता?
सामान्य: 40% या उससे अधिक गतिशील शुक्राणु प्रजनन क्षमता के लिए अच्छे माने जाते हैं।
कम गतिशीलता (अस्थेनोज़ोस्पर्मिया): 39% से कम गतिशील शुक्राणु गर्भधारण की संभावना कम करते हैं।
स्पर्म मोटिलिटी कैसे बढ़ाये
स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, तनाव कम करना।
धूम्रपान और शराब से परहेज: ये प्रजनन क्षमता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं।
वजन नियंत्रण: मोटापा पुरुषों में प्रजनन क्षमता कम कर सकता है।
विटामिन और सप्लीमेंट: डॉक्टर से सलाह लेकर विटामिन सी, डी, और ई जैसे सप्लीमेंट ले सकते हैं।
लड़का (ladka) पैदा करने के लिए स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए
लड़के की संभावना: शुक्राणुओं में Y गुणसूत्र होने पर लड़के की संभावना बढ़ जाती है।
कोई निश्चित काउंट नहीं: स्पर्म काउंट और गुणवत्ता ही लड़के के जन्म की संभावना तय करते हैं।
कैसे पता चलेगा कि स्पर्म फर्टाइल है या नहीं?
शुक्राणु विश्लेषण: यह शुक्राणुओं की संख्या, गतिशीलता, आकार और रूपात्मकता का परीक्षण करता है।
स्पर्म कितना गाढ़ा होना चाहिए?
सामान्य: थोड़ा गाढ़ा, शहद जैसा।
बहुत पतला या गाढ़ा: प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
स्पर्म गाढ़ा करने के लिए क्या खाएं
फल और सब्जियां: एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो शुक्राणु स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं।
साबुत अनाज: फाइबर और विटामिन बी से भरपूर होते हैं।
नट्स और बीज: स्वस्थ वसा और ओमेगा -3 फैटी एसिड प्रदान करते हैं।
मछली: ओमेगा -3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत।
स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए
सामान्य: 15 मिलियन प्रति मिलीलीटर से अधिक।
कम शुक्राणु संख्या (ऑलिगोस्पर्मिया): गर्भधारण की संभावना कम कर सकती है
40% शुक्राणु गतिशीलता का क्या अर्थ है?
इसका मतलब है कि 40% शुक्राणु अपने दम पर गति करने में सक्षम हैं।
यह सामान्य प्रजनन क्षमता के लिए स्वीकार्य माना जाता है।
30 दिन में कितना स्पर्म बनता है
शुक्राणु उत्पादन एक सतत प्रक्रिया है।
30 दिनों में, पुरुषों में लगभग 1500 करोड़ नए शुक्राणु बनते हैं।