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IVF Failure Reason : क्या हैं आईवीएफ फेल होने के कारण और उपचार

IVF Failure Reason क्या हैं आईवीएफ फेल होने के कारण और उपचार

नि:संतान दंपती के लिए संतान सुख प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका मतलब IVF। जब कोई दंपती प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने में विफल रहे तब उनके लिए IVF आर्शीवाद रूप बनता है। इन विट्रो फर्टिलाइजेशन यानी IVF में महिला के एग्स और पुरुष के स्पर्म को लैब में फर्टिलाइज़ किया जाता है। हालांकि कई बार IVF फैल भी हो जाता है। जिसके लिए कई कारण (IVF Failure Reason) जिम्मेदार हो सकते है। आज हम उन्हीं सभी कारणों के बारे में बात करेंगे।

वैसे तो 60-70 प्रतिशत मामलों में प्रथम प्रयास में ही गर्भधारण हो जाता है लेकिन कभी कुछ कारणो की वजह से दूसरी या तीसरी बार में सफलता प्राप्त होती है।

Table of Contents

आईवीएफ फेल क्यों होता है? (IVF Failure Reason in Hindi)

आईवीएफ फेल होने के लिए कई परिस्थितियां जिम्मेदार होती है जैसे की

1. हार्मोनल असंतुलन : हार्मोनल असंतुलन के कारण PCOS, थाइराइड, PCOD जैसी कई समस्याएं होती हैं और समस्याएं सीधे तौर पर IVF के फेल होने के लिए जिम्मेदार भी बनती है। ऐसे में IVF ट्रीटमेंट से पहले सभी जरूरी जांच करवाना जरूरी है।

2. एग्स और स्पर्म की गुणवत्ता : गर्भधारण के लिए महिला के एग्स और पुरुष के स्पर्म की क्वालिटी या मोबिलीटी बहुत महत्वपूर्ण होती है। अगर महिला के एग्स या पुरुष की गुणवत्ता में कभी हो तो गर्भपात होने की या फिर गर्भधारण करने में असफलता का सामना करना पड़ सकता है।

आईवीएफ फेल होने के लक्षण (IVF Failure Symptoms)

गर्भाशय में भृण ट्रांसफर करने के बाद अगर निम्नलिखित लक्षण दिखें तो वो आईवीएफ फेल होने के संकेत हो सकते है। ऐसे में तुरंत ही डॉक्टर का संपर्क करें।

1. पीरियड्स शुरू हो जाना : गर्भाशय में भृण ट्रांसफर होने के बाद अगर पीरियड्स शुरू हो जाते हैं तो IVF फैल होने का यह एक महत्वपूर्ण लक्षण है।

2. गर्भावस्था के लक्षण न दिखना : गर्भाशय के दौरान आम तौर पर दिखने वाले लक्षण जैसे की थकान, जी मिचलाना, उल्टी आना जैसी चीजें महसूस नहीं होती तो इसका मतलब यह है की ट्रीटमेंट सफल नहीं हुई है।

और पढ़े : IVF Process in Hindi

आईवीएफ फेल होने के कारण (Why IVF Fails in Hindi)

आईवीएफ फेल होने के लिए निम्नलिखित कारण जिम्मेदार हो सकते है। इसके लिए कभी कभी डॉक्टर जरूरी जांच भी करवाते हैं। जिससे इन कारणों को दूर करने में मदद मिलती है।

1. महिला की आयु : IVF की सफलता महिला की उम्र पर निर्भर करती है। 35-36 साल की उम्र IVF की सफलता के लिए सबसे ज्यादा सहीं रहती है। बढ़ती उम्र की असर एग्स की क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों के पर पड़ती है। ऐसे में महिला की ज्यादा उम्र भी IVF के फेल होने के लिए जिम्मेदार हो सकती है।

2. ज्यादा वजन : इनफर्टिलिटी का एक बहुत बड़ा कारण मोटापा यानी ज्यादा वजन भी होता है और कभी कभी यहीं कारण IVF के फेल होने के लिए भी जिम्मेदार होता है। अधिक वजन के कारण उनमें भ्रृण विकसित होने की संभावना कम हो जाती है। इसलिए अगर आप गर्भधारण या फिर IVF का सहारा लेना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने वज़न को संतुलित करें।

3. भ्रृण की खराब गुणवत्ता : कई बार भृण के विकसित होने की क्षमता खत्म हो जाती है ऐसे में गर्भाशय में ट्रांसफर नहीं हो पाता । और अगर ट्रांसफर किया भी जाए तो आगे चलकर गर्भपात होने संभावना बढ़ जाती है।

4. गर्भाशय की समस्या : गर्भाशय से जुड़ी समस्या होने पर गर्भ ट्रांसफर करने में समस्या आ सकती है। इसलिए अगर ऐसी समस्या हो तो IVF से पहले गर्भाशय की समस्या का इलाज कराना जरूरी है।

5. लाइफस्टाइल : धुम्रपान या शराब का सेवन भी IVF के फेल होने के लिए जिम्मेदार माना जाता है। इतना ही फिजिकल एक्टिविटी की कमी जो वजन बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार है वो भी एक कारण हो सकता है ऐसे में योगा और कसरत को अपनी दिनचर्या का एक हिस्सा बनाइए।

6. ओवेरियन का खराब रिस्पोंस : अगर महिला की आयु 35 साल से अधिक हो तो भृण का निर्माण करने के लिए जरूरी एग्स का निर्माण पर्याप्त संख्या में नहीं हो पाता। ऐसे में कई बार महिला के अंडाशय पर दवाओं और इंजेक्शन का भी कोई असर नहीं होता है।

IVF फेल होने पर क्या करें? (What to do after IVF Fails in Hindi)

आईवीएफ अगर फेल हो जाता है तो खुद को दूसरी साइकिल के लिए तैयार करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।

  • धुम्रपान और शराब से दूर रहें
  • नियमित योगा करें
  • वज़न को संतुलित रखने की कोशिश करें
  • जंक फूड के सेवन से बचें
  • तनाव से दूर रहें
  • अगर महिला के एग्स या फिर पुरुष के स्पर्म की क्वालिटी खराब हो तो डोनर की मदद ले
  • अनुभवी डॉक्टर्स और क्लिनिक का हीं चयन करें
  • डॉक्टर के मार्गदर्शन के मुताबिक दवाएं का सेवन करें

IVF की सफलता का दर 60 से 70 प्रतिशत का रहता है लेकिन अगर सहीं IVF सेंटर का चयन किया जाए तो सफलता की संभावना भी बढ़ जाती है अगर आप भी अच्छे IVF सेंटर की तलाश में हैं तो तोह देर किस बात की आज ही विजिट करे IVF Centre in Patna में। जहां के अनुभवी डॉक्टर संतान सुख का आपका सपना पूरा करने में आपको सहीं मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।

आईवीएफ सफलता के लिए खुद को तैयार करने के टिप्स (How to prepare yourself for IVF)

How to prepare yourself for IVF - Diwya Vatsalya Mamta IVF

गर्भावस्था की संभावना बढ़ाने के लिए निम्नलिखित टिप्स को follow करें :

  • पर्याप्त नींद लें
  • हेल्दी डाइट अपनाइए
  • धुम्रपान और शराब के सेवन से दूर रहें
  • तनाव से दूर रहें
  • योग और ध्यान करें
  • डॉक्टर से परामर्श करके जरूरी दवाइयों का सेवन करें

और पढ़े : Pregnancy Diet Chart in Hindi

निष्कर्ष

आज नि:संतान दंपती के लिए IVF आर्शीवाद रूप बना है। लेकिन ऐसे कई कारण भी है जिसकी वजह से IVF ट्रीटमेंट के फेल (IVF Failure Reason) होने की संभावना भी बनी रहती है। हालांकि कई इन कारणों का पता लगाकर उसे दूर करना भी संभव है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. आईवीएफ के बाद क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए?

आईवीएफ के बाद लाइफस्टाइल, पौष्टिक आहार, डॉक्टर से नियमित परामर्श जैसी सावधानियां बरतनी चाहिए।

Q2. आईवीएफ कितनी बार कराना चाहिए?

आईवीएफ 2-3 बार करा सकते हैं लेकिन इसके बाद भी सफलता न मिलने की संभावना कम हो जाती है।

Q3. आईवीएफ फेल होने के बाद क्या करना चाहिए?

आईवीएफ फेल होने के बाद डॉक्टर से परामर्श करके लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करके फिर से खुद को दूसरी साइकिल के लिए तैयार करना चाहिए।

Q4. आईवीएफ फेल होने के बाद पीरियड्स कब आता है?

आईवीएफ फेल होने पर 15-16 दिन बाद पीरियड्स आ सकते है।

Q5. आईवीएफ फेल होने के बाद भी गर्भधारण करना संभव है?

अगर IVF फैल होता है तो डॉक्टर आपको ICSI, आर्टिफिशियल इंट्राउटरी, सरोगेसी या एग्स डोनेशन की सलाह दे सकते है जिसके जरिए भी गर्भधारण करना संभव है।

Q6. आईवीएफ फेल होने के बाद क्या उपचार किया जा सकता है?

आईवीएफ फेल होने के बाद जरूरी जांच के आधार पर डॉक्टर आपको हार्मोनल इंजेक्शन या दवाइयां ले सकते हैं।

Q7. आईवीएफ ट्रीटमेंट सफल होने पर प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दिखते है?

आईवीएफ ट्रीटमेंट यानी भृण गर्भाशय में ट्रांसफर करने के बाद लगभग 2 सप्ताह में प्रेगनेंसी के लक्षण दिखने लगते है।

Q8. आईवीएफ फेल होने के क्या लक्षण हो सकते है?

आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद भी पीरियड्स का आना और गर्भावस्था के आम लक्षण जैसे की थी मिचलाना, थकान, उल्टी महसूस न होना आईवीएफ ट्रीटमेंट के फेल होने के लक्षण है।

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Dr. Rashmi Prasad

Dr.Rashmi Prasad

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Dr. Rashmi Prasad is a renowned Gynaecologist and IVF doctor in Patna. She is working as an Associate Director (Infertility and Gynaecology) at the Diwya Vatsalya Mamta IVF Centre, Patna. Dr. Rashmi Prasad has more than 20 years of experience in the fields of obstetrics, gynaecology, infertility, and IVF treatment.

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