Conceive Meaning in Hindi: जानिए विस्तार से गर्भधारण का मतलब
मातृत्व की शुरुआत गर्भधारण (Conceive Meaning in Hindi) से होती है जो कि सभी दंपती के लिए एक सुखद अनुभव होता है। पुरुष के स्पर्म का महिला के एग के साथ सहीं तरीके से फर्टिलाइज होने के साथ गर्भधारण करने की शुरुआत होती हैं।
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गर्भधारण का सही मतलब क्या है? (Conceive Meaning in Hindi)
आप हमारे (Conceive Meaning in Hindi) ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद आप अछे तरीके से समझ जायेंगे जानिए विस्तार से गर्भधारण का मतलब इस बारे में बहुत ही विस्तार से बताने वाले हैं।
सिर्फ सेक्स करने से हीं महिला गर्भधारण नहीं करती। गर्भधान का सीधा संबंध महिला की पीरियड सायकिल से है। महिला हर महीने ओव्यूलेट करती है। पीरियड्स के 11 दिन पहले ओवुलेशन प्रक्रिया शुरू होती है महिला के ओवुलेशन के दौरान एग रिलीज होता है। इस दौरान सेक्स किया जाए तो गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है। जो सेक्स करने के बाद पुरुष के स्पर्म के साथ फर्टिलाइज होते हैं। उपर दिए हुए लाइन को पढने के बाद आप कंसीव का अर्थ (conceive meaning in Hindi) पूरी तरह से समझ गये होंगे ।
गर्भधारण की प्रक्रिया कैसे होती है?
- ओवुलेशन : गर्भधारण की शुरुआत ओवुलेशन प्रक्रिया के साथ होता है। जब महिला की ओवरी से एग रिलीज होता है जो फैलोपियन ट्यूब में जाता है।
- फर्टिलाइजेशन : इस दौरान सेक्स करने से पुरुष के स्पर्म आगे बढ़कर फैलोपियन ट्यूब में महिला के एग के साथ फर्टिलाइज होते हैं।
- इम्प्लांटेशन : फर्टिलाइजेशन के बाद एग 3-4 दिन तक फैलोपियन ट्यूब में हीं रहता है। बाद में फैलोपियन ट्यूब के जरिए गर्भाशय में आने लगता है। एग गर्भाशय के अस्तर से जुड़ने लगता है जिसे इम्प्लांटेशन कहां जाता है।
गर्भधारण के संकेत और लक्षण (Symptoms of Pregnancy in Hindi)
गर्भाधान का पहला संकेत पीरियड्स मिस होना है। कभी कभी सिर्फ स्पॉटिंग भी दिखाई दे सकते हैं। इसके अलावा निम्नलिखित संकेत देखने मिल सकते हैं।
- उल्टी होना
- मॉर्निंग सिकनेस, सिर दर्द
- जी मिचलाना, चक्कर आना
- मूड स्विंग, बार बार यूरिन आना
- थकान महसूस होना, स्तन में सूजन
- फूड क्रेविंग, सूंघने की क्षमता बढ़ना
- कब्ज़, सीने में जलन होना
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गर्भधारण में कठिनाई कारण और उपाय
30 की उम्र के बाद महिलाओं को गर्भधारण करने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा गर्भधारण करने में कई और कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं।
- शराब और सिगरेट का सेवन : सिगरेट शराब, तंबाकू का सेवन प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है। इसके सेवन से बांझपन का जोखिम रहता है। पुरुष में स्पर्म क्वालिटी और काउंट पर भी इसका असर पड़ता है।
- मोटापा : असंतुलित वजन गर्भधारण करने में बाधा डाल सकता है। अगर BMI ज्यादा हो तो वजन कम करने की आवश्यकता है।
- पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम : इसमें हार्मोनल असंतुलन हो जाता है। PCOS की वजह से गर्भधारण करने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
- थाइराइड : थाइराइड में पीरियड्स और ओवुलेशन प्रभावित होता है। अगर आपको थाइराइड है तो गर्भधारण करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
- एंडोमेट्रियोसिस : एंडोमेट्रियोसिस में महिलाओं की प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है। सेक्स के दौरान दर्द होना, टोइलेट जाने में परेशानी एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण हैं।
- स्पर्म क्वालिटी और काउंट : पुरुष में स्पर्म की क्वालिटी या काउंट कम होने पर भी गर्भधारण करने में समस्या आ सकती है।
गर्भधारण करने में आ रहीं कठिनाई को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपाय कारगर साबित हो सकते हैं।
- हेल्दी डाइट : गर्भधारण करने से पहले प्रेगनेंसी डाइट चार्ट का ध्यान रखना जरूरी है। अपने डायट में हरी सब्जियां, फल, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर आहार को शामिल करें।
- वजन को संतुलित करें : रोजमर्रा की जिंदगी में योगाभ्यास और कसरत को भी शामिल करें। इससे वज़न को संतुलित किया जा सकता है।
- सिगरेट और शराब से दूर रहें : आपका शरीर सिगरेट और शराब से बुरी तरह प्रभावित होता है। यह आनेवाले बच्चे के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है।
- तनाव से दूर रहें : अगर आप गर्भधारण करना चाहते हैं तो तनाव से दूर रहें, पर्याप्त नींद लें।
- डॉक्टर से परामर्श करें : अगर आप डायाबिटीस, PCOS, PCOD एंडोमेट्रियोसिस, थाइराइड से ग्रसित हैं तो गर्भधारण करने से पहले आप किसी भी तरह की समस्या से परेशान है तोह आज ही हमारे इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ रश्मि प्रसाद से संपर्क करे ।
निष्कर्ष
आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश दंपती गर्भधारण (Conceive Meaning in Hindi) करने में कठिनाई का सामना कर रहे हैं। कई जटिलताएं ऐसी होती है जो खान-पान में बदलाव करने से ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर एक साल तक प्रयास करने पर भी सफलता न मिले तो डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है। इसके लिए डॉक्टर आपको जरूरी परिक्षण का सुझाव दे सकते हैं। दिव्य वात्सल्य ममता (Fertility Center in Bihar) के डॉ. रश्मि प्रसाद बांझपन की समस्या को दूर कर माता-पिता बनने के उनके सपनों को हासिल करने में मदद करने के लिए समर्पित हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
गर्भधारण करने में परेशानी हो तो क्या करें?
गर्भधारण करने में परेशानी के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। अगर बार गर्भधारण करने में विफलता मिल रही हो तो डॉक्टर का संपर्क करें।
गर्भ कब नहीं ठहरता है?
.बढ़ती उम्र, स्पर्म क्वालिटी और काउंट, थाइराइड, एंडोमेट्रियोसिस, PCOS, PCOD की वजह से गर्भ नहीं ठहरता।
क्या खानें से जल्दी प्रेगनेंट हो सकते हैं?
अपने डायट में दूध, दहीं, पालक, मछली, हरी सब्जियां, फल, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन सी से भरपूर आहार को शामिल करना चाहिए।
कब और कितनी बार संबंध बनाने से गर्भ ठहरता है?
महिला जब ओवुलेट हो रही हो तब संबंध बनाने से गर्भ ठहरता है। ओवुलेशन की प्रक्रिया पीरियड्स के 11 दिन पहले शुरू हो जाती है। इस दौरान एक या दो बार सेक्स करने से गर्भ ठहरने की संभावना है।