Female Infertility

Ovary Meaning in Hindi: ओवरी क्या है? लक्षण और उपचार

ओवरी (Ovary) Meaning in Hindi: ओवरी, जिसे हिंदी में अंडाशय कहा जाता है, महिलाओं के प्रजनन तंत्र का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। ओवरी का मुख्य कार्य अंडाणु (Egg) बनाना और महिला हार्मोन जैसे एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का उत्पादन करना है, जो मासिक धर्म चक्र और प्रजनन क्षमता को नियंत्रित करते हैं।

👉 अगर आप महिला प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में और जानना चाहती हैं, तो हमारा ब्लॉग पढ़ें – Uterus Meaning in Hindi

Diwya Vatsalya Mamta IVF Centre की निदेशक और Senior IVF Specialist Dr. Rashmi Prasad (25+ वर्षों का अनुभव) महिलाओं को ओवरी और प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी हर समस्या में व्यक्तिगत सलाह और आधुनिक इलाज प्रदान करती हैं। इस ब्लॉग में हम ओवरी (Ovary Meaning in Hindi) से जुड़ी सभी जानकारी – संरचना, कार्य, हार्मोन, समस्याएं, लक्षण और उपचार – आसान भाषा में समझाएंगे।

ओवरी क्या है? (Ovary Meaning in Hindi/Ovary in Hindi)

Ovary Kya Hota Hai? ओवरी (Ovary), महिलाओं के प्रजनन तंत्र का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग है। यह दो छोटे आकार के अंग होते हैं, जो गर्भाशय के दोनों ओर पेल्विस में स्थित होते हैं। ओवरी का मुख्य कार्य है हर महीने अंडाणु (Egg) बनाना और महिला हार्मोन – एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन – का उत्पादन करना, जो मासिक धर्म चक्र और प्रजनन क्षमता को नियंत्रित करते हैं।
ओवरी का आकार आमतौर पर बादाम के समान होता है, और ये महिलाओं के स्वास्थ्य और मां बनने की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाती हैं।

ओवरी की संरचना (Structure of the Ovary in Hindi)

Ovary Meaning in Hindi को समझने के बाद, इसकी संरचना जानना जरूरी है। ओवरी का काम है अंडाणु बनाना जो महिला के प्रजनन तंत्र का एक महत्वपूर्ण अंग है। ओवरी का आकार बादाम के दाने जैसा होता है। हम अपने ब्लॉग में ओवरी के दो मुख्य भाग और ओवरी की संरचना एवं कार्य को विस्तार से समझाए है, आइये जानते है :

Structure of the Ovary in Hindi

ओवरी की संरचना दो मुख्य भाग होते हैं

1. कॉर्टेक्स (Cortex)

ओवरी का बाहरी भाग को कॉर्टेक्स कहते है, और यही भाग अंडाणुओं के विकास के लिए आवश्यक होते है।

2. मेड्यूला (Medulla)

मेड्यूला को ज़ोना वैस्कुलोसा के नाम से भी जाना जाता है, यह ओवरी के सबसे भीतरी है, जो ओवरी को पोषण प्रदान करती हैं।

ओवरी का कार्य (Function of the Ovary in Hindi)

ओवरी, जिसे अंडाशय भी कहा जाता है, जो महिला प्रजनन में प्रमुख भूमिका निभाता है, आइए, ओवरी के कुछ मुख्य कार्यों को विस्तार से समझते हैं:

अंडाणु उत्पादन (Production of Eggs)

ओवरी का सबसे महत्वपूर्ण कार्य अंडाणु (Eggs) का उत्पादन करना है। हर माह, ओवरी एक अंडाणु तैयार करती है जो ओव्यूलेशन (Ovulation) के दौरान फैलोपियन ट्यूब में प्रवेश करता है।

हार्मोन उत्पादन (Hormone Production)

ओवरी दो प्रमुख महिला हार्मोन का उत्पादन करती है: एस्ट्रोजन (Estrogen) और प्रोजेस्टेरोन (Progesterone)। ये हार्मोन महिला के शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करते हैं।

मासिक धर्म चक्र का नियंत्रण (Regulation of Menstrual Cycle)

ओवरी महिला के मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जिससे महिलाओं के शरीर में संतुलन बनाए रहता है।

ओवरी से बनने वाले हार्मोन (Hormones Produced by Ovary in Hindi)

ओवरी महिलाओं के शरीर में कई महत्वपूर्ण हार्मोन का उत्पादन करती हैं, जो प्रजनन और शारीरिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। मुख्य हार्मोन निम्नलिखित हैं:

एस्ट्रोजन (Estrogen)

  • यह हार्मोन अंडाशय (ओवरी) द्वारा उत्पादित होता है।
  • यह अंडों के विकास, गर्भाशय और स्तनों के विकास में मदद करता है।
  • महिलाओं के मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

प्रोजेस्टेरोन (Progesterone)

  • यह हार्मोन गर्भावस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
  • यह गर्भाशय को गर्भावस्था के लिए तैयार करता है और भ्रूण के विकास में मदद करता है।
  • गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायता करता है।

टेस्टोस्टेरोन (Testosterone)

  • यह हार्मोन मुख्य रूप से पुरुषों में पाया जाता है, लेकिन महिलाओं के ओवरी भी इसका उत्पादन करती हैं।
  • महिलाओं में यह बालों की वृद्धि, यौन इच्छा और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।
  • हालांकि, इसकी मात्रा पुरुषों की तुलना में काफी कम होती है।

ओवरी के प्रकार और उनके अर्थ (Types of Ovary in Hindi)

महिलाओं के प्रजनन तंत्र में ओवरी का अहम स्थान है। यह हार्मोन का उत्पादन और अंडाणु तैयार करने का कार्य करती है। आइए जानते एवं समझते हैं ओवरी के प्रकार को।

1. बड़े ओवरी (Bulky Ovary Meaning in Hindi)

बढ़े हुए अंडाशय का मतलब है कि दोनों ओवरी का आकार सामान्य से बड़ा हो गया है। यह कई कारणों से हो सकता है, जैसे की डिम्बग्रंथि पुटी, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एवं हॉर्मोनल असंतुलन की वजह से। (और पढ़े : बच्चेदानी में सूजन लक्षण और उपचार)

2. पके हुए अंडाशय (Ripened Ovary Meaning in Hindi)

पका हुआ अंडाशय” उस स्थिति को दर्शाता है जब अंडा परिपक्व होकर गर्भाशय में निकलने के लिए तैयार होता है। इसे ओव्यूलेशन कहा जाता है।

3. बाइकोर्नुएट ओवरी (Bicornuate Ovary Meaning in Hindi)

यह एक दुर्लभ प्रकार की ओवरी होती है, जिसमें ओवरी का आकार सामान्य से भिन्न होता है। यह जन्मजात असामान्यता होती है। (और पढ़े :  बाइकॉर्नुएट गर्भाशय? लक्षण और इलाज)

4. पॉलीसिस्टिक ओवरी (Polycystic Ovaries)

पॉलीसिस्टिक ओवरी में अंडाशय में कई छोटी-छोटी सिस्ट (गांठें) होती हैं। यह पीसीओडी या पीसीओएस नामक समस्या का कारण बन सकती है। (और पढ़े : पीसीओएस के शुरुआती लक्षण और इलाज)

ओवरी से जुड़ी आम समस्याएँ (Common Ovary Problems in Hindi)

जब ओवरी में किसी तरह की समस्या होती है, तो इसका असर सीधे तौर पर महिलाओं के स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। आइए, जानते हैं ओवरी की कुछ प्रमुख समस्याओं के बारे में:

ओवेरियन कैंसर (Ovarian Cancer)

ओवेरियन कैंसर में ओवरी और फैलोपियन ट्यूब के आसपास असामान्य सेल्स बढ़ने लगती हैं, जिसके परिणामस्वरूप कैंसर का ट्यूमर बनता है। जिसकी वजह से पेट में लगातार दर्द, ओवरी में सूजन, भूख न लगना, और बार-बार यूरीन जाने की समस्या हो दिखाई दे सकते है

PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम)

महिलओं में हार्मोन में असंतुलन होने के कारण PCOS होता है। इसमें ओवरी (Ovary)में सिस्ट बन जाते है, जिसकी वजह से गर्भधारण करने में मुश्किलो का सामना करना पड़ सकता है। अनियमित पीरियड्स, अनचाहे बालों का उगना, गर्भधारण करने में असफलता, बार बार गर्भपात होना ये सब समस्या हो दिखाई दे सकते है

एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis)

यह एक सामान्य समस्या है, जिससे भारत में लगभग 2.6 करोड़ महिलाएं प्रभावित हैं। एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय के अस्तर के टिशू होते है, जो गर्भाशय के बहार बढ़ने लगता है, उसी की वजह से एंडोमेट्रियोसिस की समस्या पैदा होती है।

पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज (PID)

PID तब होता है जब यौन संचारित बैक्टीरिया वजाइना से गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब, या ओवरी तक पहुँच जाते हैं। जो गर्भधारण में कठिनाई उत्पन्न कर सकता है।

ओवरी की समस्याओं के कारण (Causes of Ovary Problems in Hindi)

ओवरी की समस्याएँ महिलाओं के स्वास्थ्य पे कई तरह की परेशानियाँ पैदा कर सकती हैं। इन समस्याओं के कई कारण हो सकते हैं। जो यहाँ कुछ मुख्य कारण हमने बताए हैं जैसे कि :

  1. ओवरी में पोलिप या फ्राइब्रॉइड होना
  2. आल्कोहोल का सेवन या स्मोकिंग करना
  3. अनियमित पीरियड्स
  4. ओवेरियन सिस्ट या फिर ओवरियन संबंधित इंफेक्शन
  5. गर्भाशय में फाइब्रॉइड्स, गर्भाशय का कैंसर, गर्भाशय का रक्तस्राव
  6. जननांगों में संक्रमण
  7. अनियमित तरीके से यौन संबंध

ओवरी की समस्याओं के लक्षण (Symptoms of Ovary Problems in Hindi)

ओवरी की समस्या (Ovary ki samasya) महिलाओं के स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता पर गहरा असर डाल सकती है। ओवरी में समस्या होने पर कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। यदि आपको नीचे दिए गए कोई भी लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

1. अनियमित मासिक धर्म (Irregular Periods)

अगर आपके मासिक धर्म में कोई असामान्यता हो, जैसे बहुत जल्दी या बहुत देर से पीरियड्स आना, तो यह ओवरी की समस्याओं का संकेत हो सकता है।

2. पीरियड्स के दौरान अत्यधिक दर्द (Severe Period Pain)

अगर आपके पीरियड्स के दौरान दर्द बहुत दर्द महसूस होता है, तो यह ओवरी संबंधित समस्याओं का संकेत हो सकता है।

3. गर्भधारण में कठिनाई (Difficulty in Conceiving)

अगर महिला को गर्भधारण करने में समस्या महसूस करती है, तो यह ओवरी में किसी समस्या का संकेत हो सकता है।

4. पेट में सूजन और दर्द (Bloating and Abdominal Pain)

अगर पेट में लगातार सूजन और दर्द रहता है, तो यह ओवेरियन कैंसर या किसी अन्य ओवरी समस्या का संकेत हो सकता है।

5. यूरिन में बदलाव (Changes in Urination)

ओवरी में किसी समस्या के कारण बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है, जो ओवेरियन कैंसर या PID के लक्षण हो सकते हैं।

ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण नजर आए तो तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। आप DrRashmi Prasad, Senior IVF Specialist से भी परामर्श ले सकती हैं, सही समय पर जांच और इलाज से ओवरी की समस्याओं को गंभीर होने से रोका जा सकता है।

ओवरी की समस्याओं का इलाज और बचाव (Ovary Treatment & Prevention in Hindi)

ओवरी की समस्या (Ovary ki samasya) महिलाओं के स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता पर गहरा असर डाल सकती है। अगर आपको ओवरी से जुड़ा कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो सबसे पहले डॉक्टर से परामर्श लेकर सही जांच करवाना जरूरी है। दिव्या वात्सल्य ममता IVF सेंटर और Dr. Rashmi Prasad की विशेषज्ञ टीम आपकी पूरी जांच करके सही इलाज और मार्गदर्शन प्रदान करती है।

इलाज के तरीके (Treatment Options)

1. दवाएं (Medicines): ओवरी की समस्या या ओवरी सिस्ट के इलाज के लिए डॉक्टर हार्मोनल दवाएं दे सकते हैं।

2. सर्जरी (Surgery): अगर दवाओं से लाभ न हो या सिस्ट/ट्यूमर बड़ा हो, तो सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।

3. जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes) : संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और वजन नियंत्रित रखना ओवरी की समस्याओं के इलाज में काफी जायदा सहायक है।

निष्कर्ष 

इस ब्लॉग में हमने विस्तार से समझा कि Ovary Meaning in Hindi क्या है, इसकी संरचना, कार्य, हार्मोन उत्पादन और इससे जुड़ी आम समस्याएँ कौन-सी हैं।

👉 अगर आपको अनियमित पीरियड्स, पेट दर्द, बार-बार गर्भपात, या गर्भधारण में कठिनाई जैसी समस्याएं हैं, तो इन्हें नज़रअंदाज़ न करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

ओवरी सिस्ट क्या है और क्यों बनती है?

ओवरी सिस्ट अर्ध-ठोस पदार्थ से भरी थैली होती है, जो ओवरी में बनती है। ये आमतौर पर हानिरहित होती हैं, लेकिन कभी-कभी इलाज की जरूरत पड़ सकती है।

ओवरी और गर्भाशय में क्या अंतर है?

ओवरी (अंडाशय) अंडाणु और महिला हार्मोन बनाती है, जबकि गर्भाशय (Uterus) वह जगह है जहाँ गर्भधारण के बाद भ्रूण का विकास होता है।

ओवरी का सामान्य साइज कितना होना चाहिए?

एक स्वस्थ ओवरी का आकार लगभग 2–3 सेमी (बादाम जितना) होता है। यह मासिक धर्म चक्र और उम्र के अनुसार थोड़ा बदल सकता है।

ओवरी बढ़ने या आकार बदलने के कारण क्या हैं?

ओवरी का आकार उम्र, गर्भावस्था, सिस्ट या PCOS के कारण बदल सकता है। अगर लगातार दर्द या सूजन हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।

ओवरी में सिस्ट क्यों बनते हैं?

ओवरी सिस्ट हार्मोनल असंतुलन, PCOS, या ओव्यूलेशन के दौरान अंडाणु के सही से विकसित न होने के कारण बनते हैं। अधिकतर सिस्ट हानिरहित होते हैं, लेकिन बड़े या दर्दनाक सिस्ट का इलाज ज़रूरी है।

ओवरी का इलाज कैसे करें?

इलाज में दवाएं, हार्मोन थेरेपी, सर्जरी, और जीवनशैली में बदलाव शामिल हैं। सही इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

Ovary में सिस्ट होने पर क्या खाना चाहिए?

ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और पर्याप्त पानी। जंक फूड, तला-भुना और ज्यादा चीनी से बचें।

ओवरी कैंसर के लक्षण क्या हैं?

पेट या श्रोणि में दर्द या सूजन, भूख कम लगना, जल्दी तृप्ति, मतली, असामान्य योनि स्राव, और पेशाब में दिक्कत – ये ओवरी कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।

Polycystic Ovary Meaning in Hindi क्या है?

पॉलीसिस्टिक ओवरी (PCOS/PCOD) में अंडाशय के अंदर कई छोटी-छोटी सिस्ट बन जाती हैं। इसके लक्षणों में अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना, चेहरे पर बाल आना और गर्भधारण में कठिनाई शामिल हैं।

Dr. Rashmi Prasad

Dr. Rashmi Prasad is a highly respected infertility and gynecology specialist with over 20 years of experience. As Director of Diwya Vatsalya Mamta IVF Centre, she is dedicated to helping couples achieve their dream of parenthood. Dr. Prasad holds an MD in Infertility and Gynecology, along with a Postgraduate Diploma in Assisted Reproductive Technology (ART) from Schleswig-Holstein, Germany. Her expertise covers infertility, IVF, pregnancy care, and male infertility, making her a trusted leader in reproductive health. Dr. Prasad has received several honors, including the Asia’s Greatest Award (2017), Icon of Bihar (2013), National Fertility Award (2022), and Mirchi Excellence Award (2024).

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